KARMA

The principle of karma in Jain philosophy.जैन दर्शन का कर्म सिद्धांत  

डॉ.हुकुमचंद भारिल्ल निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त निबंध The principle of karma in Jain philosophy.जैन दर्शन का कर्म सिद्धांत       Prof Anekant Kumar Jain अनेकांत कुमार जैन karma : जैन धर्म ने मनुष्य के सुख तथा दुःख के कारणों की खोज की और पाया कि मनुष्य अपने सुख और दुःख का कारण…

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Tirthankar Rishabhdev

The primordial deity of Indian culture: Tirthankar Rishabhdev.भारतीय संस्कृति के आदिदेव : तीर्थंकर ऋषभदेव

The primordial deity of Indian culture: Tirthankar Rishabhdev. भारतीय संस्कृति के आदिदेव : तीर्थंकर ऋषभदेव Tirthankar Rishabhdev प्रो. अनेकान्त कुमार जैन,नई दिल्ली                    मनुष्य के अस्तित्व के लिए रोटी, कपडा, मकान जैसे पदार्थ आवश्यक हैं, किंतु उसकी आंतरिक सम्पन्नता केवल इतने से ही नहीं हो जाती। उसमें अहिंसा, सत्य, संयम, समता, साधना और तप के…

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jain ghat

five vows : In religious places, it is mandatory to observe atomic five vows.धार्मिक स्थानों में अनिवार्य है पांच अणुव्रतों का पालन

five vows : In religious places, it is mandatory to observe atomic five vows धार्मिक स्थानों में अनिवार्य है अणुव्रतों का पालन   प्रो.डॉ.अनेकांत कुमार जैन ,नई दिल्ली Prof Anekant Kumar Jain अन्यक्षेत्रे कृतं पापं पुण्यक्षेत्रे विनश्यति ।     पुण्यक्षेत्रे कृतं पापं  वज्रलेपो भविष्यति || अन्य क्षेत्र में किया हुआ पाप पुण्य क्षेत्र में…

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