Jain Diwali : भगवान् महावीर का निर्वाण चतुर्दशी को या अमावस्या को ?
Jain Diwali : भगवान् महावीर का निर्वाण चतुर्दशी को या अमावस्या को ? प्रो.डॉ.अनेकांत कुमार…
Jain Diwali : भगवान् महावीर का निर्वाण चतुर्दशी को या अमावस्या को ? प्रो.डॉ.अनेकांत कुमार जैन आचार्य-जैन दर्शन विभाग श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली-16 दीपावली भारत का एक ऐसा पवित्र पर्व है जिसका सम्बन्ध भारतीय संस्कृति की सभी परम्पराओं से है ।भारतीय संस्कृति के प्राचीन जैन धर्म में इस पर्व को…
PAGADA BHASA (The First News paper in Prakrit Language) First Introductory Volume प्राकृत भाषा का प्रथम समाचार पत्र ,पंजीयन से पूर्व का प्रवेश अंक – संपादक – डॉ.अनेकांत कुमार जैन *पागद भासा* प्राकृत भाषा में अब तक का पहला प्रयास है । यह भारत सरकार के समाचारपत्र पंजीयन कार्यालय में प्राकृत भाषा के प्रथम…
Prakrit Languageप्राकृत और पालि भाषा हमेशा से क्लासीकल थीं : घोषित आज हुईं हैं प्रो• फूलचन्द जैन प्रेमी, वाराणसी Prakrit Language केंद्र सरकार ने प्राकृत एवं पालि जैसी प्राचीन भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्रदान करके एक ऐतिहासिक कदम उठाया है । इस हेतु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की नेतृत्त्व वाली…
HISTORY OF DASHLAKSHAN PARVA:दशलक्षण पर्व की ऐतिहासिकता प्रो.अनेकांत कुमार जैन* HISTORY OF DASHLAKSHAN PARVA प्राय: प्रत्येक पर्व का संबंध किसी न किसी घटना, किसी की जयंती या मुक्ति दिवस से होता है। दशलक्षणमहापर्व का संबंध इनमें से किसी से भी नहीं है क्योंकि यह स्वयं की आत्मा की आराधना का पर्व है।दशलक्षण पर्व आत्मा (अंतस)…
Jain Rakshabandhan:धर्म की रक्षा से भी जुड़ा है रक्षाबंधन डा. अनेकान्त कुमार जैन Jain Rakshabandhan रक्षा शब्द सुनते ही कई बातें सामने आने लगती हैं. राष्ट्र और धर्म की रक्षा ,जीवों की रक्षा ,समाज और परिवार की रक्षा,भाषा और संस्कृति की रक्षा आदि आदि . रक्षाबंधन पर्व भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख पर्व है। आम तौर पर भाई के द्वारा बहन की रक्षा और इसके लिए बहन के…
An Untold Story Of August Kranti:स्याद्वाद का स्वतंत्रता संग्राम प्रो अनेकांत कुमार जैन Prof Anekant Kumar Jain An untold story of August Kranti १९४२ में काशी के भदैनी क्षेत्र में गंगा के मनमोहक तट जैन घाट पर स्थित स्याद्वाद महाविद्यालय और उसका छात्रावास आजादी की लड़ाई में अगस्त क्रांति का गढ़ बन चुका था | …
Paryushan dashlakshan पर्युषण-दशलक्षण पर प्रवचन दशा और दिशा प्रो.डॉ.अनेकान्त कुमार जैन,नई दिल्ली , ( Youtube – Anekant jain ) जैन धर्म में पर्युषण paryushan-dashlakshan दशलक्षण पर्व में अन्य पूजा पाठ अभिषेक विधान और कार्यक्रमों के अलावा एक अनिवार्य और महत्त्वपूर्ण आयोजन है – प्रवचन । बदलता परिवेश और हमारे पर्व – paryushan-dashlakshan यदि शास्त्र प्रवचन न…
विश्व योग दिवस 21 जून पर विशेष – Jain Yoga : जैन योग के बिना अधूरा है भारतीय योग जैन योग के बिना अधूरा है भारतीय योग ✍️ प्रो.अनेकांत कुमार जैन,New Delhi भारत की दार्शनिक और धार्मिक सांस्कृतिक परंपरा का मूल लक्ष्य है – दुःख से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति । इसीलिए लगभग सभी…
Election2024 :सुधरे मतदाता , नेता मतदाता से ,राष्ट्र स्वयं सुधरेगा loksabha election 2024 प्रो अनेकांत कुमार जैन Election2024: लोकतंत्र के सच्चे पहरेदार वे नहीं हैं जो जाति और धर्म की तरह किसी एक नेता,पार्टी या विचारधारा से जन्म से ही जुड़ जाते हैं ,उसमें आसक्त हो जाते हैं और इस चक्कर में उसकी हर गलत चीज को…
The meaning of being Dr.Hukumchand Bharill जैन जगत् में डॉ०हुकुमचंद भारिल्ल होने के मायने प्रो.डॉ० अनेकान्त कुमार जैन लगभग पिछले सात दशकों से भी अधिक समय से अपने सिद्धान्तों के साथ स्पष्टवादिता और संतुलित भाषा शैली में मूल जैन तत्त्वज्ञान को आबाल गोपाल तक के दिलोदिमाग में जमाने का नियमित रूप से कार्य कर रहे…