KARMA

The principle of karma in Jain philosophy.जैन दर्शन का कर्म सिद्धांत  

डॉ.हुकुमचंद भारिल्ल निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त निबंध The principle of karma in Jain philosophy.जैन दर्शन का कर्म सिद्धांत       Prof Anekant Kumar Jain अनेकांत कुमार जैन karma : जैन धर्म ने मनुष्य के सुख तथा दुःख के कारणों की खोज की और पाया कि मनुष्य अपने सुख और दुःख का कारण…

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Tirthankara Mahavir

Tirthankara Mahavir : The youth Icon युवाओं के प्रेरणास्रोत तीर्थंकर महावीर Tirthankara Mahavir

युवाओं के प्रेरणास्रोत तीर्थंकर महावीर Tirthankara Mahavir प्रो.अनेकांत कुमार जैन  Prof.Dr Anekant Kumar Jain Shri Lalbahadur Shastri National Sanskrit University, New Delhi ईसा से लगभग छह सौ वर्ष पूर्व भारत की धरती पर भगवान महावीर Tirthankara Mahavir का जन्म साधना के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी युग की शुरुआत थी। चैत्र शुक्ला त्रयोदशी के दिन वैशाली…

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Tirthankara Mahavir

Tirthankara Mahavir : The influence of Lord Mahavir, the Jain Tirthankara, on India. तीर्थंकर महावीर का भारत पर प्रभाव

Tirthankara Mahavir : The influence of Lord Mahavir, the Jain Tirthankara, on India. तीर्थंकर महावीर का भारत पर प्रभाव प्रो.अनेकान्त कुमार जैन , आचार्य- जैनदर्शन विभाग, श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली https://youtube.com/@anekantkumarjain भगवान महावीर Tirthankara Mahavir ने ईसा की छठी शताब्दी पूर्व से ही प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव की परम्परा को अक्षुण्ण…

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five vows : In religious places, it is mandatory to observe atomic five vows.धार्मिक स्थानों में अनिवार्य है पांच अणुव्रतों का पालन

five vows : In religious places, it is mandatory to observe atomic five vows धार्मिक स्थानों में अनिवार्य है अणुव्रतों का पालन   प्रो.डॉ.अनेकांत कुमार जैन ,नई दिल्ली Prof Anekant Kumar Jain अन्यक्षेत्रे कृतं पापं पुण्यक्षेत्रे विनश्यति ।     पुण्यक्षेत्रे कृतं पापं  वज्रलेपो भविष्यति || अन्य क्षेत्र में किया हुआ पाप पुण्य क्षेत्र में…

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