Category : Blog

Solahkaran bhavna : सोलहकारण भावना : दर्शनविशुद्धि की अनिवार्यता
Solahkaran bhavna : सोलहकारण भावना : दर्शनविशुद्धि की अनिवार्यता प्रो.डॉ. अनेकान्त कुमार ...
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IGNORAYNAMAH : जगत की निंदा प्रशंसा से कुछ नहीं होता : ॐ इग्नोराय नमः
IGNORAYNAMAH : जगत की निंदा प्रशंसा से कुछ नहीं होता प्रो.अनेकान्त कुमार ...
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YOGA : बच्चे योगी होते हैं और बड़े प्रतियोगी
YOGA : बच्चे योगी होते हैं और बड़े प्रतियोगी(जो पीछे छूट गए ...
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CHATURMAS चातुर्मास के चार आयाम
चातुर्मास के चार आयाम CHATURMAS प्रो.अनेकांत कुमार जैन CHATURMAS चातुर्मास वह है ...
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SANT NIWAS ‘संत निवास’ – नामकरण से पूर्व जरा सोचें !
SANT NIWAS ‘संत निवास’ – नामकरण से पूर्व जरा सोचें ! प्रो ...
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Classical language Prakrit
केंद्र सरकार द्वारा घोषित शास्त्रीय भाषा ‘प्राकृत’ का वैभव प्रो अनेकांत कुमार ...
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Classical language Prakrit :शास्त्रीय भाषा का दर्जा , प्राकृत भाषा और हमारा कर्त्तव्य
Classical language Prakrit :शास्त्रीय भाषा का दर्जा , प्राकृत भाषा और हमारा ...
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HISTORY OF DASHLAKSHAN PARVA :दशलक्षण पर्व की ऐतिहासिकता
HISTORY OF DASHLAKSHAN PARVA:दशलक्षण पर्व की ऐतिहासिकता प्रो.अनेकांत कुमार जैन* HISTORY OF ...
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